मप्र सरकार की बड़ी लापरवाही, किसानों के

नई दिल्ली/भोपाल [धनंजय प्रताप सिंह]। मध्य प्रदेश में फसल बेचने के महीनों बाद भी किसानों के भुगतान का मामला सुलझ नहीं पा रहा है। सरकार ने जल्द भुगतान के लिए जो सॉफ्टवेयर जस्ट इन टाइम (जेआइटी) बनाया, वही कई जिलों के किसानों के संकट का सबब बन गया। धार जिले के किसानों का भुगतान जेआइटी से किया गया, लेकिन पैसा उनके खाते में न आकर दिल्ली के व्यापारियों के खाते में पहुंच गया। जब किसानों ने इसकी जानकारी दी तो प्रशासन ने इसके बाद भी मदद नहीं की। एक कंप्यूटर ऑपरेटर ने पता लगाया कि जिन खातों में पैसा गया, वे दिल्ली के हैं और उन खातों से रकम निकाली भी जा चुकी है। इसके बाद संबंधित बैंक की ब्रांच से खातेदारों का नंबर पता किया और उनसे पैसा वापस देने को कहा। इसके बाद भी कुछ ही लोगों ने पैसा लौटाया। इस घटनाक्रम में खास बात यह है कि सरकार, राष्ट्रीय सूचना केंद्र (एनआइसी) और संबंधित खरीदी एजेंसी ने एक भी किसान को पैसा दिलाने का अपनी ओर से कोई प्रयास ही नहीं किया।